Sub-mission on agriculture mechanization jharkhand female farmer भारत में खेती अब पूरी तरह से हाई टेक हो रहा है। लेकिन अभी भी कुछ किसान ऐसे हैं जिनके पास खेती के उपकरणों की खरीदारी करना संभव नहीं है। क्योंकि खेती में काम आने वाले अधिकाँश उपकरण बहुत मँहगे होते हैं। बदलते समय के साथ खेती में आधुनिक कृषि यंत्रों के जरिये खेती करना बहुत आसान हो गया है। किसानों के इन्हीं सभी समस्याओं को देखते हुए सरकार महिला किसानों के लिए सब-मिशन ऑन एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन (SMAM) योजना के जरिये किसानों को बहुत ही कम कीमत पर कृषि यंत्र उपलब्ध करा रही है।
सरकार द्वारा झारखंड के पलामू जिले में महिला आजीविका समूहों को खेती के लिए मिनी ट्रैक्टर और अन्य कृषि यंत्र 75% सब्सिडी पर दिया गया है। इन कृषि उपकरणों के जरिए महिला किसान खेती के साथ-साथ कृषि उपकरणों को भाड़े पर लगाकर कमाई कर पायेंगी। गाँव की महिला आत्मनिर्भर होकर अपने परिवार का भरण पोषण आसानी से कर सकती है।
सब-मिशन ऑन एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन (SMAM) योजना का उद्देश्य
SMAM योजना का मुख्य लक्ष्य है –
- किसानों को आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराना
- खेती की लागत कम करना
- उत्पादन बढ़ाना
- महिला किसानों को आत्मनिर्भर बनाना
पलामू जिले की सफलता की कहानी
पलामू जिले के लक्ष्मी आजीविका शक्ति मंडल (पिपरा) और ऊं आजीविका शक्ति मंडल (हुसैनाबाद) की महिलाओं ने इस योजना का लाभ उठाया।
इन महिला समूहों को:
- मिनी ट्रैक्टर
- रोटावेटर
- हल
- केजव्हील
सिर्फ ₹1.29 लाख में उपलब्ध कराए गए, जबकि इनकी असली कीमत लगभग ₹5 लाख थी।
ट्रैक्टर पर सब्सिडी का उदाहरण
यंत्र | असली कीमत | सब्सिडी के बाद कीमत |
---|---|---|
मिनी ट्रैक्टर | ₹4,59,000 | ₹91,897 |
रोटावेटर, हल, केजव्हील | ₹50,000+ | शामिल (Included) |
कुल कीमत | ₹5,00,000+ | ₹1,29,000 |
👉 यानी महिला किसानों को लगभग ₹3.70 लाख की बचत हुई।
क्या है SMAM योजना? | SMAM kya hai ?
SMAM (Sub Mission on Agricultural Mechanization) केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है।
इसका मकसद है:
- किसानों को सस्ते दामों पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराना।
- लघु और सीमांत किसानों को आधुनिक उपकरणों से जोड़ना।
- महिला किसानों को प्राथमिकता देकर सशक्त बनाना।
SUB-MISSION ON AGRICULTURAL MECHANIZATION सब्सिडी दरें
- महिला किसान: 50% से 75% सब्सिडी
- सामान्य किसान: 40% से 50% सब्सिडी
सब-मिशन ऑन एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन (SMAM) महिला किसानों को क्या-क्या मिलेगा?
इस योजना के तहत महिला किसानों को निम्नलिखित उपकरणों पर सब्सिडी दी जाती है:
- मिनी ट्रैक्टर
- रोटावेटर
- हल
- सीड ड्रिल मशीन
- थ्रेसर
- स्ट्रॉ रीपर
- मल्चर
- स्प्रेयर
- बेलर मशीन

Sub-mission on agriculture mechanization योजना के फायदे
- खेती सस्ती हुई – अब महिला किसानों को किराए का ट्रैक्टर नहीं लेना पड़ेगा।
- समय की बचत – ट्रैक्टर और मशीन से काम जल्दी होता है।
- पैदावार में बढ़ोतरी – आधुनिक यंत्रों से फसल उत्पादन बढ़ता है।
- महिला सशक्तिकरण – महिलाएं आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से मजबूत बन रही हैं।
- रोजगार के अवसर – महिला समूह अब अपने यंत्र किराए पर देकर आय भी कमा सकते हैं।
Sub-mission on agriculture mechanization apply process कैसे करें आवेदन?
इस योजना का लाभ लेने के लिए महिला किसान निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाएँ:
- राज्य के कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाएँ।
- आवेदन फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- या फिर नजदीकी कृषि केंद्र / जिला कृषि यंत्रीकरण कार्यालय में जाकर आवेदन करें।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- निवास प्रमाण पत्र
- महिला किसान समूह का पंजीकरण प्रमाण पत्र (यदि समूह में हैं)
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
Sub-mission on agriculture mechanization योजना का महत्व – महिला सशक्तिकरण
इस योजना से ग्रामीण महिलाओं की जिंदगी बदल रही है। अब महिलाएं केवल घर तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि खेती-बाड़ी, निर्णय लेने और आय कमाने में पुरुषों के बराबर खड़ी हैं।
- महिलाएं अपने गांव की अन्य महिलाओं को भी प्रेरित कर रही हैं।
- महिला समूह खेती के अलावा मशीनीकरण सेवाएं देकर अतिरिक्त आय भी कमा रहे हैं।
- इससे गांव की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है।
भविष्य की संभावनाएँ
सरकार की यह पहल केवल पलामू तक सीमित नहीं रहेगी।
- आने वाले समय में अन्य जिलों और राज्यों में भी महिला किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी।
- हर जिले में महिला किसानों के लिए कस्टम हायरिंग सेंटर (CHC) खोले जा सकते हैं।
- इससे महिलाएं अपने समूह के यंत्र अन्य किसानों को किराए पर देकर स्थायी आय का स्रोत बना पाएंगी।
साराँश।
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महिला किसानों को ट्रैक्टर पर कितनी सब्सिडी मिलती है?
महिला किसानों को 50% से 75% तक सब्सिडी मिलती है।
क्या यह योजना केवल झारखंड में लागू है?
नहीं, यह केंद्र सरकार की योजना है। सभी राज्य इसे लागू करते हैं।
Sub-mission on agriculture mechanization आवेदन कहाँ करना होगा?
राज्य कृषि विभाग की वेबसाइट या नजदीकी कृषि कार्यालय में।
क्या समूह बनाकर भी लाभ लिया जा सकता है?
हाँ, महिला आजीविका समूहों को भी यंत्र सब्सिडी पर दिए जाते हैं।
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