Farm Machinery Bank Bihar 2025 :- भारत की कृषि व्यवस्था में आधुनिक तकनीक और यंत्रीकरण की भूमिका दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। छोटे और सीमांत किसानों के पास व्यक्तिगत कृषि यंत्र खरीदने की क्षमता नहीं होती, ऐसे में “फार्म मशीनरी बैंक योजना” किसानों के लिए एक वरदान के समान है। बिहार सरकार द्वारा इस योजना के तहत इस वर्ष 38 नए कृषि यंत्र बैंक स्थापित किए जाएंगे, जिससे कृषि यंत्र अब किसानों को किराए पर आसानी से उपलब्ध होंगे।
🔶 फार्म मशीनरी बैंक योजना क्या है?
किसानों को बहुत ही कम कीमत पर कृषि के कार्यों के लिए सभी प्रकार के कृषि यंत्र उपलब्ध हो सके। इसके लिए सरकार द्वारा फार्म मशीनरी बैंक (Farm Machinery Bank) की स्थापना की जाती है। फार्म मशीनरी बैंक में किसानों को विभिन्न कृषि यंत्र जैसे ट्रैक्टर, हल, थ्रेशर, रीपर, सीड ड्रिल, रोटावेटर, बुवाई और कटाई के उपकरण इत्यादि एक साथ उपलब्ध होते हैं। किसान अपने जरूरत के अनुसार कोई भी कृषि उपकरण किराये पर ले सकते हैं। बहुत ही कम रेट पर किसानों को कृषि यंत्र उपलब्ध हो जाते हैं। बहुत ही कम रेट पर किसानों को कृषि यंत्र उपलब्ध हो जाते हैं।

🔶 योजना की मुख्य बातें:
विषय | विवरण |
---|---|
योजना का नाम | फार्म मशीनरी बैंक योजना 2025 |
राज्य | बिहार |
कुल नए बैंक की संख्या | 38 |
सब्सिडी | कुल लागत का 80% (अधिकतम ₹8 लाख) |
प्रति बैंक अनुमानित लागत | ₹10 लाख |
योजना के लाभार्थी | जीविका समूह, एफपीओ, किसान समूह, स्वयं सहायता समूह, पैक्स आदि |
अनिवार्य शर्त | कम से कम एक ट्रैक्टर चलित या स्वचालित यंत्र का होना अनिवार्य |
अब तक स्थापित बैंक | 569 फार्म मशीनरी बैंक |
🔶 फार्म मशीनरी बैंक योजना का उद्देश्य:
- कृषि यंत्रों की पहुंच बढ़ाना: किसानों को खेती के लिए जरूरी आधुनिक यंत्र किराये पर उपलब्ध कराना।
- उत्पादन में वृद्धि: समय पर खेती कर पाना जिससे पैदावार और उत्पादकता बढ़े।
- यंत्रीकरण को बढ़ावा देना: कृषि में मैनुअल कार्य कम कर यंत्र आधारित प्रक्रिया को बढ़ावा देना।
- समय और श्रम की बचत: कम समय में अधिक कार्य हो सके।
- साझा उपयोग की सुविधा: एक यंत्र कई किसानों द्वारा उपयोग में लाया जा सके।

🔶 कौन ले सकता है योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ लेने के लिए निम्नलिखित संगठन पात्र हैं:
- जीविका समूह
- ग्राम संगठन
- क्लस्टर फेडरेशन
- फार्मर इंटरेस्ट ग्रुप (FIG)
- किसान क्लब (बैंक या नाबार्ड से संबद्ध)
- किसान उत्पादक संगठन (FPO)
- किसान उत्पादक कंपनियाँ
- स्वयं सहायता समूह (SHG)
- प्राथमिक कृषि साख समिति (PACS)
🔶 योजना से किसानों को कैसे होगा लाभ?
- किराये पर उपलब्धता: किसानों को कृषि यंत्र खरीदने की आवश्यकता नहीं। वे यंत्रों को जरूरत के अनुसार किराये पर ले सकते हैं।
- कम लागत में खेती: यंत्र किराये पर मिलने से लागत घटेगी।
- समय पर खेती: रोपाई, कटाई, बुवाई आदि कार्य समय पर पूरे होंगे।
- उत्पादन में वृद्धि: समय पर कार्य होने से पैदावार अधिक होगी।
- स्थानीय फसल चक्र आधारित यंत्र: क्षेत्रीय कृषि चक्र को ध्यान में रखकर यंत्रों का चयन किया जाएगा।
🔶 अनुदान और आर्थिक सहायता:
- अनुदान राशि: सरकार प्रत्येक फार्म मशीनरी बैंक पर कुल ₹10 लाख की लागत में से 80% यानी अधिकतम ₹8 लाख का अनुदान देगी।
- शेष राशि: शेष 20% राशि स्वयं लाभुक द्वारा वहन की जाएगी।
- लाभुक चयन प्रक्रिया: पात्र समूहों और संगठनों का चयन कृषि विभाग द्वारा तय मापदंडों के अनुसार किया जाएगा।
🔶 फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना में आवश्यक यंत्र:
श्रेणी | यंत्र का नाम |
---|---|
मिट्टी की तैयारी | रोटावेटर, कल्टीवेटर, डिस्क हैरो |
बुआई | सीड ड्रिल, जीरो टिल ड्रिल |
सिंचाई | स्प्रिंकलर, ड्रिप सेट |
कटाई | रीपर, कंबाइन हार्वेस्टर |
थ्रेशिंग | थ्रेशर, मल्टीक्रॉप थ्रेशर |
अन्य | पावर स्प्रेयर, ट्रॉली, वाटर पंप |
🔶 योजना का क्रियान्वयन और निगरानी:
- योजना का संचालन राज्य कृषि विभाग द्वारा किया जाएगा।
- प्रत्येक मशीनरी बैंक की निगरानी जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा की जाएगी।
- चयनित संस्थाओं को प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा।
- मशीनरी बैंक को संचालन हेतु अनिवार्य रजिस्ट्रेशन और रखरखाव रिकॉर्ड रखना होगा।
🔶 फार्म मशीनरी बैंक से जुड़कर कमाई का अवसर:
इस योजना से जुड़कर किसान समूह, एफपीओ, पैक्स और अन्य संगठन कृषि यंत्रों के किराये से अच्छी कमाई कर सकते हैं। यदि एक मशीनरी बैंक में 10 यंत्र हों और हर यंत्र प्रतिदिन ₹500 की दर से किराये पर दिया जाए, तो हर दिन की आय ₹5,000 हो सकती है। महीने में 20 दिन उपयोग हो तो ₹1 लाख की आय संभावित है।
🔶 Agroranto App से जुड़ें और कमाएं:
यदि आप फार्म मशीनरी बैंक योजना से जुड़ते हैं तो आप अपने कृषि यंत्रों को Agroranto Partner App पर भी लिस्ट कर सकते हैं। इससे आपके यंत्र ज्यादा किसानों तक पहुंचेंगे और किराये से अधिक कमाई संभव होगी।
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🔶 निष्कर्ष:
बिहार सरकार की फार्म मशीनरी बैंक योजना न केवल कृषि यंत्रीकरण को बढ़ावा देने वाली है, बल्कि इससे छोटे किसानों की मदद भी सुनिश्चित होती है। किराये पर यंत्र उपलब्ध होने से किसानों की उत्पादन क्षमता और आय दोनों में वृद्धि होगी। यह योजना किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक अहम कदम है।
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