सब्सिडी पर कस्टम हायरिंग सेंटर और कृषि यंत्र बैंक की स्थापना के लिए आवेदन करें | Custom Hiring Centre & Krishi Yantra Bank Subsidy Scheme Bihar 2025

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Custom Hiring Centre & Krishi Yantra Bank Subsidy Scheme Bihar 2025 :- आज के समय में खेती को लाभकारी बनाने के लिए यंत्रीकरण (Mechanization) बेहद जरूरी हो गया है। लेकिन छोटे और सीमांत किसानों के पास महंगे कृषि यंत्र खरीदने की क्षमता नहीं होती। इस समस्या को देखते हुए बिहार सरकार ने किसानों के लिए एक विशेष योजना शुरू की है। इसके अंतर्गत कस्टम हायरिंग सेंटर (CHC), कृषि यंत्र बैंक और फसल अवशेष प्रबंधन हेतु स्पेशल कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना पर सब्सिडी दी जा रही है।

Krishi Yantra Bank Subsidy Scheme Bihar इस योजना का उद्देश्य है –

  • खेती को आधुनिक बनाना
  • कृषि लागत कम करना
  • छोटे किसानों तक यंत्र पहुँचाना
  • फसल अवशेष प्रबंधन को बढ़ावा देना

किसान, समूह, एफपीओ, जीविका संगठन या सहकारी समितियाँ इस योजना का लाभ ले सकते हैं।

योजना की मुख्य बातें

  • योजना का नाम: सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर मेकेनाइजेशन (SMAM) 2025-26
  • लागू राज्य: बिहार
  • लाभार्थी: किसान, किसान समूह, SHG, FPO, PACS आदि
  • आवेदन का माध्यम: ऑनलाइन (farmech.bihar.gov.in)
  • सहायता का प्रकार: अनुदान (Subsidy)

Custom Hiring Centre कहाँ-कहाँ स्थापित होंगे केंद्र?

  • कस्टम हायरिंग सेंटर (CHC) और कृषि यंत्र बैंक – बिहार के सभी जिलों में।
  • स्पेशल कस्टम हायरिंग सेंटर (फसल अवशेष प्रबंधन हेतु) – केवल चयनित जिलों में।

चयनित जिले (फसल अवशेष प्रबंधन हेतु)

रोहतास, कैमूर, बक्सर, भोजपुर, नालंदा, पटना, पश्चिम चंपारण, औरंगाबाद, पूर्वी चंपारण, लखीसराय, शेखपुरा, अररिया, गया, नवादा और जहानाबाद।

Krishi Yantra Bank Subsidy Scheme Bihar 2025-26 कस्टम हायरिंग सेंटर पर सब्सिडी

विवरणजानकारी
इकाई लागत10 लाख रुपये
अधिकतम अनुदान4 लाख रुपये
ट्रैक्टर (35 BHP+) पर सब्सिडीअधिकतम ₹1,60,000
अन्य यंत्रों पर सब्सिडी40%
शर्तहर केंद्र पर स्थानीय फसल चक्र अनुसार जुताई, बुआई, कटाई, थ्रेसिंग आदि के कम से कम 1-1 यंत्र होना चाहिए
लक्ष्य267 केंद्र

कृषि यंत्र बैंक पर सब्सिडी

विवरणजानकारी
इकाई लागत10 लाख रुपये
अधिकतम अनुदान8 लाख रुपये
ट्रैक्टर (35 BHP+) पर सब्सिडीअधिकतम ₹2,40,000
अन्य यंत्रों पर सब्सिडीअधिकतम 80%
शर्तफसल चक्र के अनुसार जुताई से लेकर थ्रेसिंग तक हर क्रिया का यंत्र आवश्यक
लक्ष्य38 बैंक

स्पेशल कस्टम हायरिंग सेंटर (फसल अवशेष प्रबंधन हेतु)

विवरणजानकारी
इकाई लागत20 लाख रुपये
अधिकतम अनुदान12 लाख रुपये
ट्रैक्टर (55 PTO HP तक) पर सब्सिडी40% (अधिकतम ₹3,40,000)
अन्य यंत्रों पर सब्सिडी80%
शर्तअवशेष प्रबंधन हेतु चिन्हित समूहों में से कम से कम 3 यंत्र लेना अनिवार्य
लक्ष्य120 केंद्र

आवेदन कौन कर सकता है?

  • राज्य के पंजीकृत किसान
  • जीविका समूह
  • ग्राम संगठन एवं क्लस्टर फेडरेशन
  • FIG (Farmer Interest Group)
  • किसान क्लब (नाबार्ड/बैंक से संबद्ध)
  • FPO/FPC (फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन/कंपनी)
  • स्वयं सहायता समूह (SHG)
  • पैक्स (PACS)

आवेदन की प्रक्रिया (ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?)

  1. विभागीय पोर्टल farmech.bihar.gov.in पर जाएँ।
  2. किसान पंजीकरण संख्या (DBT Agriculture से) डालें।
  3. योजना चयन करें – CHC / कृषि यंत्र बैंक / स्पेशल CHC।
  4. आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
  5. आवेदन सबमिट करें और रसीद सुरक्षित रखें।

जरूरी दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • किसान पंजीकरण संख्या
  • बैंक पासबुक की कॉपी
  • समूह / FPO का पंजीकरण प्रमाणपत्र (यदि लागू हो)
  • भूमि विवरण

किसानों को क्या लाभ होंगे?

  • बिना यंत्र खरीदे किराये पर मशीन उपलब्ध।
  • खेती की लागत कम होगी।
  • छोटे किसान भी आधुनिक यंत्रों का उपयोग कर पाएंगे।
  • फसल कटाई और बुआई का समय बचेगा।
  • पराली जलाने की समस्या का समाधान होगा।
  • कृषि उत्पादकता में वृद्धि होगी।

Agroranto App से किसानों को सुविधा

आज के समय में सरकार की योजनाओं के साथ-साथ निजी स्टार्टअप भी किसानों को यंत्रों की सुविधा दे रहे हैं। Agroranto App और Agroranto Partner App किसानों के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है –

  • Agroranto Partner App – वेंडर/किसान अपने कृषि यंत्रों को लिस्ट कर सकते हैं।
  • Agroranto App – किसान आसानी से नजदीकी कृषि उपकरणों को किराए पर बुक कर सकते हैं।

👉 इसका फायदा यह है कि किसान को बार-बार विभागीय प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ता। जो किसान सरकारी योजना से यंत्र नहीं ले पाते, वे Agroranto App से तुरंत यंत्र किराये पर ले सकते हैं और खेती की लागत घटा सकते हैं।

निष्कर्ष

बिहार सरकार की यह योजना उन किसानों के लिए सुनहरा अवसर है जो अपने गांव/क्षेत्र में कस्टम हायरिंग सेंटर, कृषि यंत्र बैंक या स्पेशल कस्टम हायरिंग सेंटर स्थापित करना चाहते हैं। इससे न केवल उनकी आय बढ़ेगी बल्कि गांव के अन्य किसान भी आधुनिक यंत्रों का लाभ ले पाएंगे। कृषि बैंक स्थापना से किसान महीने के 50 हजार रूपये तक कमाई कर पाएंगे।

यदि आप किसान हैं और खेती को आधुनिक तकनीक से जोड़ना चाहते हैं, तो आज ही ऑनलाइन आवेदन करें।

कस्टम हायरिंग सेंटर योजना का लाभ कौन उठा सकता है?

राज्य के पंजीकृत किसान, FPO, SHG, PACS, FIG, जीविका समूह आदि।

कस्टम हायरिंग सेंटर के लिए अधिकतम सब्सिडी कितनी है?

इस योजना के जरिये किसानों को अधिकतम ₹4 लाख रूपये का सब्सिडी दिया जायेगा।

कृषि यंत्र बैंक पर कितना अनुदान मिलेगा?

कृषि यंत्र बैंक पर अधिकतम ₹8 लाख रूपये का सब्सिडी दिया जायेगा।

स्पेशल कस्टम हायरिंग सेंटर पर अधिकतम कितनी सब्सिडी है?

स्पेशल कस्टम हायरिंग सेंटर पर अधिकतम 12 लाख रूपये का सब्सिडी दिया जायेगा।

सब्सिडी पर कस्टम हायरिंग सेंटर आवेदन कहाँ करें?

farmech.bihar.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।

नोट:- किसान भाइयों खेती से जुड़े रेगुलर अपडेट पाने के लिए आप हमारे ऐप Agoranto को प्ले स्टोर से डाउनलोड करें। साथ ही किसी भी प्रकार के कृषि यंत्र आप किराये पर लगा कर कमाई करना चाहते हैं। तो play स्टोर से AgroRanto partner  एप को डाउनलोड करें।

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