कृषि सखी योजना
कृषि सखी योजना का मुख्य उदेश्य है ग्रामीण और शहरी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना। इस योजना के जरिये महिलाओं को कृषि में उपयोग होने वाले आधुनिक तकनीकों और कृषि उपकरणों की जानकारी दी जायेगी। इस योजना के जरिये महिला साल के लगभग 80 हजार से 90 हजार रूपये की कमाई होगी। 12 राज्यों महिलायें इस योजना में आवेदन कर सकती है।
Krishi sakhi yojna apply process full detail in hindi :- आज के समय में गाँव की महिलायें भी कमाई कर रही है और अपने परिवार में योगदान दे रही है। यदि आप भी एक महिला हैं तो गांव में रह कर कमाई करना चाहती है तो आज हम आपके लिए एक बेहतरीन योजना की जानकारी लेके आये हैं। इस योजना से जुड़ कर आप अच्छी कमाई कर सकती हैं। अब आपको कहीं बहार जाके काम करने की आवश्यकता नहीं है।
कृषि सखी योजना से जुड़ कर आप साल में 50 हजार रूपये से लेकर 60 हजार रूपये तक की कमाई कर सकते हैं। कृषि सखी योजना की पूरी जानकारी के लिए आप हमारे साथ बने रहे हैं हम आपको कृषि सखी योजना की पूरी जानकारी स्टेप बाय स्टेप देने जा रहे हैं।
कृषि सखी योजना क्या है। krishi sakhi yojna kya hai?
krishi sakhi yojna kya hai :- माननीय प्रधानमंत्री जी के द्वारा महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए 15 जून 2024 को कृषि सखी योजना की शुरुवात की गई है। इस योजना के जरिये गांव की महिलाओं को खेती से जुड़े आधुनिक तरीकों और कृषि तकनीकी की जानकारी दी जायेगी। जिसमें महिलाओं को कृषि से जुड़े विभिन्न कामों की ट्रेनिंग दी जायेगी जैसे- मृदा परीक्षण, बीज प्रसंस्करण, जैविक खाद निर्माण, फसल संरक्षण और कटाई इत्यादि शामिल है।
प्रशिक्षण समाप्त होने पर महिलाओं को सर्टिफिकेट भी दिया जायेगा। ट्रेनिंग प्राप्त महिलाओं का काम होगा। किसानों को खेती सम्बंधित जानकारी देना और कृषि से जुड़े योजना का लाभ किसानों को दिलवाना। इस योजना से प्रशिक्षण पाने के बाद महिलायें अच्छी कमाई कर पायेंगी।

गांव की महिलायें कृषि सखी कैसे बनेंगी।
krishi sakhi kaise bane :- गांव की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए भारत सरकार द्वारा लखपति दीदी योजना की शुरुवात की गई है। इस योजना के जरिये गांव की महिलाओं को महिला स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) से जुड़ा जायेगा। महिला के काबिलियत के अनुसार उन्हें अलग प्रकार की ट्रेनिंग उपलब्ध कराया जायेगा। इस योजना के तहत कृषि सखी के लिए महिलों का चयन किया जायेगा।
कृषि सखी में चयनित महिला को कृषि से जुड़े सभी प्रकार की ट्रेनिंग उपलब्ध कराया जायेगा। जिसमें इन्हें कृषि पैरा-विस्तार कार्यकर्ता APEW के रूप मे ट्रेनिंग दी जाएगी। जिसमें महिलाओं को ट्रेनिंग के लिए अलग -अलग कृषि विज्ञान केन्द्रो और कृषि विभागों में भेजा जायेगा। ट्रेनिंग समाप्त होने पर महिलाओं को एक परीक्षा देना होगा। परीक्षा पास होने पर कृषि पैरा विस्तार सहायक ( पैरा एक्सटेंशन सर्टिफिकेट ) का सर्टिफिकेट भी दिया जायेगा।

कृषि सखी महिला को क्या काम करना होगा?| krishi sakhi mahila ke kam
- कृषि सखी बनने के बाद महिलाओं को कृषि आधारित कामों को करना होगा। ,
- फसलों में होने वाली बिमारियों के बारे में जानकारी देना। ,
- फसल बीमा योजना की जानकारी किसानों को देना। ,
- बागवानी मिशन के बारे मे किसानों को जागरूक करना। ,
- NRM डिवीजन रेनफेज क्षेत्र विकास RAD ,
- कृषि वनीकरण, पर ड्रॉप मोर क्रॉप ,
- किसानो को बीज उत्पादन पर प्रशिक्षित करना,
कृषि सखी ट्रेनिंग के प्रकार | krishi sakhi traning
Krishi Sakhi Yojana के तहत, कृषि सखियों को 56 दिवसीय व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान किया जाता है, जिसमें कृषि पद्धतियों की विस्तृत श्रृंखला शामिल होती है। इस प्रारंभिक प्रशिक्षण के बाद, कृषि सखियों को DAY-NRLM एजेंसियों के माध्यम से अतिरिक्त रिफ्रेशर प्रशिक्षण भी प्राप्त होता है। इसका समन्वय MANAGE द्वारा किया जाता है। यह रिफ्रेशर प्रशिक्षण प्राकृतिक खेती की तकनीकों और मृदा स्वास्थ्य कार्ड के उपयोग पर केंद्रित होता है, जिससे मिट्टी की गुणवत्ता की निगरानी और सुधार किया जा सके।
प्रशिक्षण के प्रमुख घटक:
- कृषि पारिस्थितिक पद्धतियां
भूमि की तैयारी से लेकर फसल कटाई तक की प्रक्रियाओं को सिखाया जाता है। इसमें जलवायु-स्मार्ट खेती, जैविक खेती, और प्राकृतिक संसाधनों के सही उपयोग पर ध्यान दिया जाता है। - किसान फील्ड स्कूल आयोजित करना
कृषि सखियों को किसान फील्ड स्कूल स्थापित करने और संचालन की ट्रेनिंग दी जाती है, जहां किसान नई तकनीकें सीख सकते हैं और उन्हें अपनी खेती में लागू कर सकते हैं। - बीज बैंक
बीज बैंक स्थापित करने और उनका प्रबंधन कैसे करना है, यह सिखाया जाता है। इसका उद्देश्य किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्ध कराना होता है, जिससे वे बेहतर उत्पादन प्राप्त कर सकें। - मृदा स्वास्थ्य और नमी संरक्षण
मृदा की उर्वरता बनाए रखने और नमी को संरक्षित करने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, जो फसल की अच्छी उपज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। - एकीकृत कृषि प्रणाली
इसमें कृषि सखियों को सिखाया जाता है कि कैसे विभिन्न कृषि पद्धतियों को संयोजित कर अधिकतम परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। यह प्रणाली विविध फसलों, पशुपालन, और जल प्रबंधन को साथ लेकर चलती है। - पशु प्रबंधन
पशुधन की देखभाल और प्रबंधन की मूल बातें सिखाई जाती हैं। इसमें पशुओं के स्वास्थ्य, खान-पान और रहने की व्यवस्था पर ध्यान दिया जाता है। - जैविक इनपुट
जैविक उर्वरक और कीटनाशक जैसे प्राकृतिक इनपुट तैयार करने और उनके उपयोग की ट्रेनिंग दी जाती है। इसके साथ ही, कृषि सखियों को यह भी सिखाया जाता है कि जैव इनपुट बेचने वाली दुकानों की स्थापना कैसे की जाए। - संचार कौशल
यह हिस्सा किसानों और अन्य हितधारकों के साथ प्रभावी संवाद स्थापित करने पर केंद्रित होता है। कृषि सखियों को प्रशिक्षित किया जाता है कि वे अपनी बातों को सरल और प्रभावशाली ढंग से व्यक्त कर सकें।
ट्रेनिंग और उद्देश्य
प्रशिक्षण घटक | मुख्य उद्देश्य |
---|---|
कृषि पारिस्थितिक पद्धतियां | भूमि तैयार करना, फसल कटाई तक सभी चरणों का ज्ञान |
किसान फील्ड स्कूल | नई तकनीकों का आदान-प्रदान और सीखने के लिए स्कूल स्थापित करना |
बीज बैंक | गुणवत्तापूर्ण बीजों की उपलब्धता और प्रबंधन |
मृदा स्वास्थ्य और नमी संरक्षण | मिट्टी की उर्वरता और नमी बनाए रखने के तरीके |
एकीकृत कृषि प्रणाली | विभिन्न कृषि पद्धतियों का संयोजन |
पशु प्रबंधन | पशुधन की देखभाल और प्रबंधन |
जैविक इनपुट | जैविक उर्वरक और कीटनाशक का उत्पादन और उपयोग |
संचार कौशल | किसानों और हितधारकों के साथ प्रभावी संवाद स्थापित करना |
कृषि सखी योजना के लाभ | krishi sakhi yojna ka labh.
- इस योजना के जरिए महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जायेगा।
- सरकार द्वारा संचालित कृषि प्रशिक्षण संस्थान और कृषि विभाग में ट्रेनिंग दिलाया जायेगा।
- इस योजना जरिये महिलायें अपने गांव में कमाई कर पायेंगी।
- महिलाएं प्रतिमाह 60 हजार रूपेय से 80000 रूपये तक कमा सकती है।
- ट्रेनिंग के बाद महिलाओं को पैरा विस्तार कार्यकर्ता रूप में काम करेंगी।
- अब तक देश की लगभग 70 हजार प्रशिक्षित कृषि सखियो मे से 34000 को पैरा विस्तार कार्यकर्ता के रूप मे प्रमाणित किया जा चुका है।
कृषि सखी योजना किन राज्यों में आरम्भ हुई
केंद्र सरकार Krishi Sakhi Yojana को पूरे देश में लागू करने के लिए कार्य कर रही है, जिसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं को कृषि क्षेत्र में प्रशिक्षण और प्रमाणन प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाना है। पहले चरण में इस योजना को 12 राज्यों में शुरू किया गया है। इन 12 राज्यों में योजना को शुरू करने से सरकार को पूरे देश में इसका विस्तार करने से पहले एक मजबूत आधार तैयार करने का अवसर मिलेगा।
कृषि सखी योजना के तहत पहले चरण में शामिल 12 राज्य इस प्रकार हैं: | krishi sakhi yojna selected state
- गुजरात
- तमिलनाडु
- उत्तर प्रदेश
- मध्य प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- राजस्थान
- ओडिशा
- झारखंड
- आंध्र प्रदेश
- मेघालय
यह योजना इन राज्यों में महिलाओं को कृषि के क्षेत्र में नई तकनीकों, संसाधनों, और व्यावसायिक कौशल सिखाने का काम करेगी, जिससे वे अपने समुदायों में कृषि सुधारों को बढ़ावा दे सकेंगी और किसानों की मदद कर सकेंगी।
कृषि सखी योजना आवेदन प्रक्रिया 2024
कृषि सखी के लिए महिलाओं का चयनित राज्यों से होना अनिवार्य है। चंयनित राज्यों की महिलाओं को कृषि सखी योजना में ऑनलाइन आवेदन करना होगा। ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया इस प्रकार है।
- महिला को सबसे पहले अपने नजदीकी कृषि कार्यालय जाना होगा।
- या महिला स्वयं सहायता समूह से भी आवेदन फॉर्म पा सकती हैं।
- आवेदन फॉर्म में दी गई सभी जानकारी अच्छे से भरना होगा।
- आवेदन फॉर्म भर कर और सभी दस्तावेजों को संलग्न करके सम्बंधित कार्यालय में जमा करना होगा।
- इसके बाद आपके आवेदन पत्र व दस्तावेज़ो का सत्यापन किया जायेगा।
- जाँच में सभी तथ्य सही पाए जाने पर आवेदक को कृषि सखी के लिए चयनित किया जायेगा।
साराँश
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इस योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को कृषि में प्रशिक्षण और प्रमाणन प्रदान कर उन्हें सशक्त बनाना है, जिससे वे किसानों की मदद कर सकें और कृषि क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे सकें।
कृषि सखी कौन होती हैं?
कृषि सखी वे महिलाएं होती हैं जो इस योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त करती हैं और अपने क्षेत्र के किसानों की कृषि से जुड़ी समस्याओं को हल करने और नई तकनीकों को अपनाने में मदद करती हैं।
कृषि सखी को किस प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाता है?
कृषि सखी को 56 दिन का व्यापक प्रशिक्षण दिया जाता है,
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